Lalitha Sahasranamam

Lalitha Sahasranamam

ललिता सहस्रनाम ललिता सहस्रनाम हिंदू धर्म में एक पूजनीय और पवित्र ग्रंथ है, विशेष रूप से शक्ति संप्रदाय में, जो देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की पूजा करता है। इसमें देवी के 1000 नाम शामिल हैं, जो उनके विभिन्न गुणों, विशेषताओं और पहलुओं का वर्णन करते हैं। यह पाठ ब्रह्माण्ड पुराण का हिस्सा है और इसे … Read more

Brahmacharya- ब्रह्मचर्य: प्राचीन हिंदू संस्कृति में

Sunderkand

ब्रह्मचर्य प्राचीन हिंदू धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसमें ‘ब्रह्म’ का अर्थ ‘ब्रह्मा’ या ‘ईश्वर’ और ‘चर्य’ का अर्थ ‘आचरण’ या ‘आजीवन पालन’ है। इस प्रकार, ब्रह्मचर्य का सीधा अर्थ है ‘ईश्वर के आचरण का पालन करना’। भारतीय धर्मग्रंथों और साहित्य में ब्रह्मचर्य को … Read more

Kirtan ki hai raat lyrics- कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है

Kirtan ki hai raat lyrics

कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है (सहगान) कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है,थारे कोल निभानु हे। (अंतरा 1) दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को,सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिगे, हुकम बस आप को,सेवा में थारी म्हणे आज बिछ जणू हे, थारे कोल निभानु हे,कीर्तन की है रात … Read more

Shani Chalisa- शनि चालीसा और आरती

Shani Chalisa

शनिवार का दिन न्याय के देवता और कर्मफल के प्रदाता शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विशिष्ट पूजा-अर्चना की जाती है। साधक विशेष कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए शनि देव के निमित्त व्रत-उपवास रखते हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि अच्छे कर्म करने वाले को शनि देव शुभ … Read more

Tarak mantra

Tarak mantra

संत श्री स्वामी समर्थ एक महान भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे। उनका जन्म, जीवन और कार्य विशेष रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में प्रसिद्ध हैं। उन्हें “अक्कलकोट के स्वामी” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन का प्रमुख हिस्सा अक्कलकोट, महाराष्ट्र में बिताया। स्वामी समर्थ के बारे में कई कथाएँ … Read more

कनकधारा स्तोत्र- Kanakdhara Strotam

Kanakdhara Strotam

कनकधारा स्तोत्र देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने वाला मंत्र है। कहते है इसका पाठ करने से व्यक्ति को धन धान्य की कोई कमी नहीं रहती है। देवी ल्क्ष्मी कनकधारा स्तोत्र का नियमित और हर शुक्रवार को पाठ करने वाले को धनवान और ऐश्वर्यवान बना देती हैं। दरअसल यह देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने वाला स्तोत्र … Read more

Mahamrityunjay Mantra- महामृत्युंजय मंत्र

Mahamrityunjay Mantra

महामृत्युंजय मंत्र, जिसे मृत्यु को जीतने वाला महान मंत्र कहा जाता है, त्रयंबकम मंत्र के नाम से भी जाना जाता है। यह ऋग्वेद का एक श्लोक है जो त्रयंबक (त्रिनेत्रों वाला) रुद्र (बाद में शिव के साथ जोड़ा गया) को संबोधित करता है। यह श्लोक यजुर्वेद में भी आता है। गायत्री मंत्र के साथ, यह … Read more

Maruti Stotra- मारुती स्तोत्र

Maruti Strota

मारुति स्तोत्रम् समर्थ गुरु रामदास जी द्वारा रचित एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जो भगवान हनुमान जी की महिमा का गुणगान करता है। इसे नियमित रूप से पढ़ने से भक्तों को हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं, जिससे सभी प्रकार की समस्याएं और बाधाएं दूर हो जाती हैं। यहां पर पूरा मारुति … Read more

Moti Shanti

जैन मोती शांति पाठ जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक पाठ है, जिसका उद्देश्य मानसिक और शारीरिक शांति प्राप्त करना है। यह पाठ विशेष रूप से धार्मिक अवसरों, पूजा, अभिषेक, और अन्य धार्मिक आयोजनों में किया जाता है। इसमें विभिन्न मंत्र और श्लोक शामिल होते हैं, जो भगवानों, देवताओं और तीर्थंकरों की स्तुति करते हैं … Read more

Kaal Bhairav- काल भैरव

Kaal Bhairav Nepal

काल भैरव हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और इन्हें भगवान शिव का एक उग्र और शक्तिशाली रूप माना जाता है। काल भैरव के संबंध में कई पुराणिक कथाएँ और धर्मग्रंथों में वर्णन मिलता है। यहाँ काल भैरव के बारे में कुछ प्रमुख बातें दी जा रही हैं: काल भैरव की महिमा … Read more