Ram Ravan Yudh

Ram Ravan yudh

राम और रावण का युद्ध (Ram aur Ravan yudh), जिसे राम-रावण युद्ध  (Ram Ravan yudh) भी कहा जाता है, हिन्दू महाकाव्य रामायण में वर्णित एक प्रमुख घटना है। इस युद्ध की शुरुआत तब हुई जब लंका के राजा रावण ने राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया। रावण ने सीता को धोखे से उनके … Read more

Ramayan Samput- संपुट

बीज मंत्र संपुट (संपुट) रामचरितमानस में संपुट (Samput) का प्रयोग वास्तव में एक गहन आध्यात्मिक प्रथा का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य भक्ति और ध्यान की गहराई को बढ़ाना है। तुलसीदास जी ने इसे भक्तों के लिए एक माध्यम के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे वे अपनी आराधना में अधिक संवेदनशीलता और गहनता का अनुभव कर … Read more

भजन, मंदिर और इतिहास: जानिए खाटू श्याम की अद्भुत कहानी | Explore Khatu Shyam Mandir, Bhajans, and Historical Significance!

खाटू श्याम

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम (Khatu Shyam) मंदिर लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है। देशभर के कोने-कोने से लोग अपनी मुराद लेकर यहां आते हैं। तीन बाण धारी, शीश के दानी और हारे का सहारा जैसे कई नामों से जाना जाता है। Who is Khatu Shyam Ji? खाटू श्याम जी (Khatu … Read more

शिव चालीसा और उसका महत्व

शिव चालीसा

शिव चालीसा का अर्थ शिव चालीसा का महत्व शिव चालीसा का पाठ करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। शिव की कृपा से सिद्धि-बुद्धि, धन-बल और ज्ञान-विवेक की प्राप्ति होती है। शिव के प्रभाव से इंसान धनी बनता है, वो तरक्की करता है। वो हर तरह के सुख का भागीदार बनता है, उसे कष्ट नहीं … Read more

हनुमान जी के 12 नाम

हनुमान जी के 12 नाम

हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल:। रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम:।। उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:। लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।। एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:। स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।। तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भेवत्। राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।। ।।जय हनुमान ।। इस मंत्र स्तुति में श्री हनुमान के 12 नाम, उनके गुण व शक्तियों को भी उजागर … Read more

शिवलिंग क्या है और कैसे बना? शिवलिंग (Shivling) का सच क्या है? एक रहस्यमय सागर का खोज

शिवलिंग

भगवान शिव आदि-अनंत, निराकार और निर्गुण हैं। वे ऐसे दिव्य स्वरूप हैं जिनकी महिमा संपूर्ण ब्रह्मांड में व्याप्त है। यद्यपि दुनिया भर में ऐसा कोई नहीं है जो भगवान शिव के अस्तित्व से अनभिज्ञ हो, किन्तु उनके सत्य स्वरूप को समझ पाना सभी के लिए संभव नहीं है। हम शिवलिंग की आराधना तो करते हैं, … Read more

रोचक किस्से: दिल्ली से कैंची धाम तक, लैरी ब्रिलिएंट और बाबा नीम करौली (Baba Neem Karoli) के चमत्कार! जानें बाबा नीम करौली के जीवन, आश्रम और धाम की कहानियां। बाबा नीम करौली और स्टीव जॉब्स, जूलिया रॉबर्ट्स, और बांग्लादेशी के साथ जड़ी हुई कहानियों का खुलासा

Baba Neem Karoli

नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) जो लोग धर्म और आध्यात्मिकता को पश्चिमी दृष्टिकोण से देखते थे, वे अब समझा रहे हैं कि भारतीय संदर्भ में ‘धर्म’ शब्द का एक अलग अर्थ है, जिसे केवल ‘धर्म’ या ‘रिलीजन’ जैसे शब्दों से मिलाकर नहीं देखा जा सकता। इस देश में जब साधु-संतों की चर्चा होती है, … Read more

महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पर्व पर निबंध- यहां पढ़े और जाने महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का वैज्ञानिक महत्व और क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि (Mahashivratri)

Mahashivratri

महाशिवरात्रि MAHASHIVRATRI महाशिवरात्रि (MAHASHIVRATRI) हिन्दू धर्म में एक बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान शिव की आराधना और पूजा के लिए समर्पित है। महाशिवरात्रि किस तिथि को मनाई जाती है? यह पर्व हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च महीने में पड़ता है। … Read more

Hanuman Ji

Hanuman Ji

हनुमान जी HANUMAN JI: भक्ति और शक्ति के प्रतीक (Hanuman Ji) भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महावीर जब नाम सुनावे ।। नासै रोग हरै सब पीरा । जपत निरंतर हनुमत बल बीरा।। सब सुख लहै तुम्हारी सरना । तुम रक्षक काहू को डरना।। प्रस्तुत पंक्तिया हनुमान चालीसा, जो तुलसीदास द्वारा रचित है, हिन्दू धर्म में एक … Read more

Lord Shiva Tandav- शिव तांडव

Lord Shiva

॥ Lord Shiva Tandav (शिव तांडव)॥ जटाटवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌।डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्‌ ॥१॥जटाकटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवीचिवल्लरी विराजमानमूर्धनि।धगद्धगद्धगज्ज्वल ल्ललाटपट्टपावके किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥२॥धराधरेंद्रनंदिनी विलासबन्धुबन्धुर स्फुरद्दिगंतसंतति प्रमोद मानमानसे।कृपाकटाक्षधोरणी निरुद्धदुर्धरापदि क्वचिद्विगम्बरे मनोविनोदमेतु वस्तुनि ॥३॥जटाभुजंगपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा कदंबकुंकुमद्रव प्रलिप्तदिग्व धूमुखे।मदांधसिंधु रस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरे मनोविनोदमद्भुतं बिंभर्तुभूत भर्तरि ॥४॥सहस्रलोचन प्रभृत्यशेषलेखशेखर प्रसूनधूलिधोरणी विधूसरां घ्रिपीठभूः।भुजंगराजमालया निबद्धजाटजूटकः श्रियैचिरायजायतां चकोरबंधुशेखरः … Read more