Tilak Mantra – तिलक मंत्र

तिलक मंत्र हिन्दू धर्म में उस समय पढ़ा जाता है जब तिलक लगाया जाता है। तिलक एक धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथा है, जो आध्यात्मिक जागृति, पवित्रता और दिव्यता का प्रतीक है। यह माथे पर विभिन्न प्रकार के चिन्हों के रूप में लगाया जाता है, जैसे कि उर्दू बिंदु, त्रिपुंड, चंदन, कुमकुम आदि। तिलक लगाने के … Read more

Sapne me Saap dekhna

Sapne me Saap dekhna

सपने में सांप देखना एक गहरा विषय है जो कि विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं में अलग-अलग अर्थ रखता है। यह स्वप्न शास्त्र के हिन्दू परिप्रेक्ष्य में सांपों के सपनों की व्याख्या पर केंद्रित है। हिन्दू धर्म और संस्कृति में सांपों को आध्यात्मिकता, शक्ति, उर्जा, और पुनर्जन्म का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा, भगवान शिव … Read more

प्रदोष व्रत

Pradosh Vrat

प्रदोष व्रत भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण अंग है। इस व्रत को विशेष रूप से भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रति समर्पण और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। प्रदोष का समय, जो संध्या काल में आता है, विशेष रूप से पवित्र माना जाता है क्योंकि इस समय को दिन और … Read more

एक श्लोकी रामायण

Ek Shloki Ramayan

वह श्लोक जिसके पाठ से संपूर्ण रामायण के पाठ का फल प्राप्त होता है, वह है एक श्लोकी रामायण। इसे विशेष रूप से उन लोगों के लिए माना जाता है जिनके पास समय की कमी होती है, लेकिन वे भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन होना चाहते हैं। आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्। … Read more

सर्वे भवन्तु सुखिनः ।

Sarve Bhavantu Sukhinah

यह शांति मंत्र है जो सभी प्राणियों के कल्याण और सुख की कामना करता है। यह मंत्र विश्वशांति, स्वास्थ्य, और सभी के लिए सुखद जीवन की कामना करता है। यह समग्र कल्याण की भावना को दर्शाता है और यह याद दिलाता है कि हमें सभी के लिए शुभ कामनाएँ भेजनी चाहिए, चाहे वे कोई भी … Read more

सपने में शिवलिंग देखना

sapne mein shivling dekhna

सपने में शिवलिंग देखना, हिंदू धर्म में एक शुभ संकेत माना जाता है। शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है, जो शक्ति है, पवित्रता है, और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है। यदि आपने सपने में शिवलिंग देखा है, तो ये काई तरह के अर्थ हो सकते हैं: शुभ संकेत: सपने में शिवलिंग देखना शुभ माना जाता … Read more

Saraswati Vandana- सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना मंत्र देवी सरस्वती की पूजा और स्तुति के लिए गाए जाने वाले मंत्र हैं। देवी सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, और विद्या की हिन्दू देवी माना जाता है। यहाँ एक प्रसिद्ध सरस्वती वंदना मंत्र दिया जा रहा है: या कुन्देन्दुतुषारहारधवलाया शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु … Read more

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥हे नाथ नारायण…॥पितु मात स्वामी, सखा हमारे,हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥हे नाथ नारायण…॥॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी…॥ बंदी गृह के, तुम अवतारीकही जन्मे, कही पले मुरारीकिसी के जाये, किसी के कहायेहै अद्भुद, हर बात तिहारी ॥है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥गोकुल में चमके, मथुरा के तारेहे … Read more

श्री राम स्तुति

श्री राम स्तुति

॥दोहा॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमनहरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुखकर कंज पद कंजारुणं ॥१॥ कन्दर्प अगणित अमित छविनव नील नीरद सुन्दरं ।पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचिनोमि जनक सुतावरं ॥२॥ भजु दीनबन्धु दिनेश दानवदैत्य वंश निकन्दनं ।रघुनन्द आनन्द कन्द कोशलचन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥ शिर मुकुट कुंडल तिलकचारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।आजानु भुज शर चाप धरसंग्राम जित … Read more

नेत्र संबंधी रोग से मुक्ति एवं दृस्टि बढ़ाने वाला मन्त्र

Netra Rog Mukti Mantra

प्रस्तुत मंत्र नेत्र स्वास्थ्य और ज्योति के संरक्षण के लिए एक आध्यात्मिक उपाय प्रस्तुत करता है। यह मंत्र ऋग्वेद के 10वें मण्डल के 158वें सूक्त से लिया गया है और सूर्यदेव से उत्तम चक्षु (आंखें) प्रदान करने की प्रार्थना करता है। इसका उच्चारण और अभ्यास न केवल नेत्र संबंधी कष्टों से मुक्ति पाने में मदद … Read more