पंचक

पंचक का अर्थ है ‘पांच’। पंचक का चयन चंद्रमा की स्थिति को देखकर किया जाता है। जब चंद्रमा कुंभ (Aquarius) और मीन (Pisces) राशि से होकर गुजरता है, तब इसे पंचक कहा जाता है। इस समय के दौरान, चंद्रमा पांच नक्षत्रों से होकर गुजरता है – धनिष्ठा का दूसरा आधा, शतभिषा, पूर्वभाद्रपद, उत्तरभाद्रपद और रेवती। … Read more

सिद्ध कुंजिका स्त्रोतम

Siddha Kunjika Stotram

॥सिद्धकुञ्जिकास्तोत्रम्॥ शिव उवाचशृणु देवि प्रवक्ष्यामि, कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्।येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत॥१॥न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न च वार्चनम्॥२॥कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम्॥३॥गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।पाठमात्रेण संसिद्ध्येत् कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्॥४॥ ॥अथ मन्त्रः॥ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल … Read more

संकल्प मंत्र

Sankalp Mantra

संकल्प मंत्र एक हिन्दू धार्मिक क्रिया है जो किसी भी पूजा या धार्मिक अनुष्ठान के शुरू में की जाती है। इसका उद्देश्य स्वयं को दिव्य शक्तियों के समक्ष समर्पित करना और उनसे अपने कार्य के लिए आशीर्वाद प्राप्त करना होता है। संकल्प मंत्र के माध्यम से व्यक्ति अपने कार्य की सफलता के लिए प्रार्थना करता … Read more

दुर्गा सप्तशती

Durga Saptshati

दुर्गा सप्तशती, जिसे देवी माहात्म्यम के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह मार्कण्डेय पुराण का एक भाग है और इसमें 700 श्लोक होते हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ मुख्य रूप से नवरात्रि के दौरान किया जाता है, जो देवी दुर्गा की उपासना का एक विशेष समय होता … Read more

कालसर्प योग

Kaalsarp yog

कालसर्प योग वैदिक ज्योतिष में एक विशेष और महत्वपूर्ण योग है, जिसे कई बार दोष के रूप में भी देखा जाता है। यह तब बनता है जब जन्मकुण्डली में सभी महत्वपूर्ण ग्रह (सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, और शनि) राहु और केतु के बीच में स्थित होते हैं। राहु और केतु, चंद्रमा के उत्तरी … Read more

शीतला अष्टमी

Sheetla Ashtami

शीतला अष्टमी, जिसे बसौड़ा या बासौडा भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में मनाए जाने वाला एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार माता शीतला को समर्पित है, जिन्हें शीतलता और रोग-निवारण की देवी माना जाता है। इसे चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है, जो होली के ठीक आठ दिन बाद … Read more

HANUMAN JAYANTI (हनुमान जयंती)

Hanuman Jayanti

हनुमान जयंती हिन्दू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान हनुमान के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भक्त भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनसे शक्ति, बुद्धि, वीरता और संकटमोचन का आशीर्वाद मांगते हैं। हनुमान जी को अद्वितीय बल, निष्ठा और भक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा … Read more

सोमवती अमावस्या

सोमवती अमावस्या हिन्दू कैलेंडर के अनुसार एक विशेष दिन है जो तब मनाया जाता है जब अमावस्या, या नया चंद्रमा, सोमवार को पड़ता है। यह दिन विशेष रूप से पवित्र माना जाता है और इस दिन कई हिन्दू उपवास करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। सोमवती अमावस्या को विशेष रूप से पितरों के लिए तर्पण … Read more

असतो मा सद्गमय ।

Asto Maa Sadgamay

असतो मा सद्गमय । तमसो मा ज्योतिर्गमय । मृत्योर्मामृतं गमया ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः । यह संस्कृत से लिया गया एक प्राचीन मंत्र है जो कि बृहदारण्यक उपनिषद् में पाया जाता है एक संस्कृत मंत्र है जिसका अर्थ है “मुझे असत्य से सत्य की ओर ले चलो।” यह मंत्र बृहदारण्यक उपनिषद् में पाया जाता … Read more

श्री कृष्ण जन्माष्टमी

Krishna Janmashtami

कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे सिर्फ जन्माष्टमी भी कहा जाता है, एक हिन्दू त्योहार है जो भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाता है, जो विष्णु के आठवें अवतार हैं। यह त्योहार भाद्रपद मास (अगस्त-सितंबर) के कृष्ण पक्ष की आठवीं तिथि (अष्टमी) को, हिन्दू चंद्र कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दू धर्म में बहुत … Read more