Shiv Panchakshar Stotra : शिव पंचाक्षर स्तोत्र

Shiv Panchakshar Stotra lyrics

शिव पंचाक्षर स्तोत्र “ॐ नमः शिवाय” मंत्र के गहरे अर्थ को दर्शाता है। इस मंत्र को अक्सर “पञ्चाक्षरी मंत्र” के रूप में जाना जाता है, जो संस्कृत में पांच अक्षरों (न, म, शि, वा, य) से बना होता है। यह मंत्र हिन्दू धर्म में भगवान शिव की उपासना के लिए एक मुख्य मंत्र माना जाता … Read more

जनेऊ- Janeu

janeu sanskar

जनेऊ, जिसे यज्ञोपवीत भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक प्रतीक है। यह एक पवित्र सूत्र है जो मुख्य रूप से तीन हिंदू वर्णों—ब्राह्मण, क्षत्रिय, और वैश्य—के पुरुषों द्वारा पहना जाता है। जनेऊ आमतौर पर कच्चे सूती धागे से बना होता है, जिसे कुछ मामलों में ऊन या रेशम से भी बनाया … Read more

Mehandipur Balaji- मेहंदीपुर बालाजी

Mehandipur Balaji

मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान के मेंहदीपुर, सिकराय (मीनासीमला के निकट) ज़िला दौसा में स्थित एक प्रसिद्ध और पवित्र हिन्दू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है, जिन्हें यहां बालाजी के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रसिद्ध है जो मानसिक और आत्मिक परेशानियों से ग्रस्त … Read more

कालाष्टमी- Kalashtami

Kalashtami

कालाष्टमी, जिसे काला अष्टमी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में मनाया जाने वाला एक व्रत और त्योहार है। यह प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के अवतार, भैरव, की पूजा की जाती है। भैरव को शिव का एक रौद्र रूप माना जाता है और … Read more

Annaprashan :अन्नप्राशन संस्कार

Annaprashan

अन्नप्राशन संस्कार अन्नप्राशन संस्कार हिन्दू धर्म में किए जाने वाले सोलह संस्कारों में से एक है। इस संस्कार का आयोजन तब किया जाता है जब एक शिशु पहली बार ठोस आहार का सेवन करता है। इसे शिशु के जीवन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है क्योंकि इस संस्कार के माध्यम से शिशु को उसकी … Read more

एकादशी के दिन चावल क्यों नहीं खाना चाहिए?

Ekadashi ko Chawal

एकादशी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण उपवास दिन है, जो हर पखवाड़े के ग्यारहवें दिन को आता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की उपासना और भक्ति के लिए समर्पित होता है। हर महीने में दो बार एकादशी आती है—एक कृष्ण पक्ष (वैनिंग फेज़ ऑफ मून) में और दूसरी शुक्ल पक्ष (वैक्सिंग फेज़ … Read more

Surya Kavach – सूर्य कवच 

Surya Kavach

“सूर्य कवच” का अर्थ होता है एक ऐसा ढाल या सुरक्षात्मक परत जो सूर्य से संबंधित होता है। यह आध्यात्मिक या धार्मिक संदर्भ में प्रयोग हो सकता है, जैसे कि हिन्दू धर्म में सूर्य देवता के स्तोत्रों में सूर्य कवच का वर्णन मिलता है। इसका उद्देश्य होता है व्यक्ति को सूर्य देवता के आशीर्वाद से … Read more

Gorakhnath: नाथ संप्रदाय

Gorakhnath

गोरखनाथ, जो आध्यात्मिक गहराई और योगिक महारत के लिए जाने जाते हैं, भारतीय संन्यासी परंपराओं के इतिहास में एक ऊँचा स्थान रखते हैं। हिन्दू नाथ संप्रदाय में संत के रूप में पूजित, गोरखनाथ की शिक्षाएँ पीढ़ियों को पार कर गई हैं, 11वीं से 12वीं शताब्दी से लेकर आज तक गूँज रही हैं। उनका हाथा योग … Read more

Sapne me Bhoot Dekhna – सपने में भूत देखना

Sapne me Bhoot Dekhna

सपने में भूत देखना आमतौर पर अनजाने भय या चिंताओं का प्रतीक हो सकता है। सपने हमारे अवचेतन मन के विचारों और भावनाओं को प्रकट कर सकते हैं, इसलिए भूत का दिखना शायद उन बातों का संकेत हो सकता है जिनसे आप सचेत रूप से निपटना नहीं चाहते हैं या जिनसे आप डरते हैं। यह … Read more

कर्पूर गौरम करुणावतारं

karpur gauram

हिंदू सनातन धर्म में मंत्रों का उच्चारण पूजा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। ये मंत्र विशेष रूप से उस देवता की शक्ति और उपस्थिति को आकर्षित करने के लिए जपे जाते हैं जिसकी पूजा की जा रही होती है। मंत्रों का उच्चारण करने से न केवल धार्मिक लाभ होता है बल्कि यह … Read more