वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव होता है। खासकर जब बात हमारे बेडरूम की होती है, तो सही दिशा में सोने से हमारे रिश्तों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पति-पत्नी के रिश्तों में मिठास लाने के लिए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होते हैं, तो आपको अपने बेडरूम में सोने की सही दिशा का चुनाव करना चाहिए और वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए। आइए, जानते हैं कि पति-पत्नी को किस दिशा में सिर करके सोना चाहिए।
कपल के बेडरूम की सही दिशा
बेडरूम के लिए सबसे महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स यह है कि एक कपल का बेडरूम घर के उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित होना चाहिए। ये दोनों दिशाएं पार्टनर के बीच प्यार को बढ़ाती हैं। बेडरूम की सही दिशा रिश्तों में आने वाली दूरियों को कम करने में मदद करती है। जब कपल्स के लिए सोने की सही दिशा की बात आती है, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बेड में कोई प्रकाश स्रोत सीधा नहीं आना चाहिए। बच्चे की योजना बनाने वाले कपल के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा में बेडरूम रखना ठीक हो सकता है।
बेडरूम को तनाव मुक्त रखें
बेडरूम के लिए वास्तु टिप्स के अनुसार, आपको बेडरूम को हमेशा तनाव मुक्त रखना चाहिए। इसके लिए लैपटॉप, मोबाइल फोन, चार्जर आदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को बिस्तर से दूर रखें। कपल्स के सोने की सही दिशा के अलावा आपके सिर की सही दिशा भी महत्वपूर्ण होती है। बिस्तर इस तरह रखा जाना चाहिए कि आपका सिर दक्षिण दिशा की ओर हो और पैर उत्तर दिशा की ओर रहें।
कपल्स के बेडरूम का वास्तु
कपल्स के लिए बेडरूम का वास्तु ऐसा होना चाहिए कि माहौल रिश्ते को मजबूत बनाने में परिणत हो। यदि दंपत्ति घर के स्वामी हैं तो बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। यदि नवविवाहित जोड़ा बड़े भाई, माता-पिता के साथ रह रहा हो तो शयन कक्ष वायव्य कोण में होना चाहिए। विवाहित जोड़ों को ईशान कोण में शयन कक्ष से हमेशा बचना चाहिए, क्योंकि यह स्थान देवताओं का स्थान माना जाता है।
वास्तु के अनुसार बिस्तर की सही दिशा
बेड हमेशा कमरे की नैऋत्य दीवार पर होना चाहिए। इसे दरवाजे के सामने नहीं रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार जोड़ों के लिए सबसे अच्छी नींद की स्थिति दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम की ओर सिर रखना है। वास्तु के अनुसार आपको सलाह दी जाती है कि सोते समय सिर उत्तर दिशा की ओर न रखें। यह आपको तनावग्रस्त और थका हुआ बना सकता है। कपल्स के लिए बेडरूम में बिस्तर रखने के लिए दक्षिण-पश्चिम की दीवार सबसे अच्छी होती है।
रिश्तों में मिठास लाने के उपाय
- कपल को कभी भी बेडरूम के कोने में नहीं सोना चाहिए। यह ऊर्जा के संचार की अनुमति नहीं देता है। कोशिश करें कि बेड को दोनों तरफ कुछ जगह दें। पति को बिस्तर के दाहिनी ओर और पत्नी को बाईं ओर सोना चाहिए।
- बेडरूम का प्रवेश द्वार दीवारों के उत्तर, पश्चिम या पूर्व दिशा में होना चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रवेश द्वार के लिए केवल एक ही दरवाजा हो और यह कभी भी दक्षिण दिशा की दीवार पर नहीं होना चाहिए।
- हमेशा अपने पैरों को पूर्व की ओर इशारा करते हुए सोने की सही स्थिति चुनें, जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करता है। इस उद्देश्य के लिए पश्चिम और दक्षिण भी आदर्श दिशाएं हैं।
अगर आप बेडरूम के लिए इन वास्तु के नियमों का पालन करेंगे, तो आपके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहेगी और रिश्तों में मिठास आएगी।
इस दिशा में मुंह करके सोना अशुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पश्चिम दिशा में मुंह करके कभी नहीं सोना चाहिए। क्योंकि यह दिशा सोने के लिए अशुभ मानी जाती है। पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से दिमाग में भारीपन रहता है और उसके सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं, इससे पति-पत्नी के रिश्ते पर भी बुरा प्रभाव देखने को मिलता है। दोनों के बीच झगड़े होते हैं और सुख-शांति भंग हो जाती है।
यह दिशा सोने के लिए मानी जाती है शुभ
वास्तु शास्त्र में सोने की उचित दिशा का उल्लेख मिलता है, जिसके अनुसार दंपती को हमेशा दक्षिण दिशा में सिर करके सोना चाहिए। दक्षिण दिशा में सोने से जीवन में सुख-संपदा बनी रहती है। दांपत्य जीवन भी खुशहाल रहता है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। इसलिए दक्षिण दिशा में सिर करके सोना चाहिए।
दक्षिण दिशा में सोने का वैज्ञानिक कारण
वैज्ञानिक दृष्टि से भी दक्षिण दिशा सोने के लिए उत्तम मानी जाती है, क्योंकि चुंबकीय ऊर्जा का प्रवाह दक्षिण से उत्तर की तरफ होता है। इसलिए इसका सकारात्मक प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार विवाहित जोड़ों के बेडरूम के लिए टिप्स
विवाहित जोड़ों के बेडरूम के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष नियम होते हैं। बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। अगर जोड़ा नवविवाहित है और माता-पिता के साथ रह रहा है, तो बेडरूम उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा वाला बेडरूम विवाहित जोड़ों के लिए अच्छा नहीं माना जाता।
विवाहित जोड़ों के सोने के लिए वास्तु टिप्स
विवाहित जोड़ों को हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि जहां उनका बेड लगा हो, वहां कोई भी बीम न हो, जो उनके बेड को क्रॉस करती हो। बेड के ठीक ऊपर लाइट भी नहीं होनी चाहिए। विवाहित जोड़ों को अपने बेडरूम में इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स जैसे लैपटॉप, मोबाइल फोन, चार्जर आदि नहीं रखने चाहिए।
वास्तु के अनुसार बेड की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार विवाहित जोड़ों का बिस्तर कमरे की दक्षिण-पश्चिम दीवार से सटा हुआ होना चाहिए। बेड के सामने कोई दरवाजा नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार विवाहित जोड़ों को अपना सिर दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या फिर दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर रखकर सोना चाहिए। सोते समय सिर को उत्तर दिशा की तरफ बिल्कुल न करें। ऐसा करने से आप तनावग्रस्त और थकान महसूस कर सकते हैं।
पूर्व दिशा में सिर रखकर सोने के फायदे
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में सिर करके सोना बहुत लाभदायक होता है। इससे आपके जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है और आप फ्रेश एनर्जी के साथ उठते हैं। इससे दांपत्य जीवन में क्लेश नहीं होता और संबंधों में मिठास बनी रहती है। इस दिशा में सोने से देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करके हम अपने जीवन के कई दोषों से मुक्ति पा सकते हैं। सोने की सही दिशा का चुनाव करके हम अपने रिश्तों में मिठास ला सकते हैं और सुख-शांति प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप इन टिप्स का पालन करेंगे, तो आपका जीवन हमेशा खुशहाल रहेगा और रिश्तों में कभी भी खटास नहीं आएगी।
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