Mahamrityunjay Mantra- महामृत्युंजय मंत्र

Mahamrityunjay Mantra

महामृत्युंजय मंत्र, जिसे मृत्यु को जीतने वाला महान मंत्र कहा जाता है, त्रयंबकम मंत्र के नाम से भी जाना जाता है। यह ऋग्वेद का एक श्लोक है जो त्रयंबक (त्रिनेत्रों वाला) रुद्र (बाद में शिव के साथ जोड़ा गया) को संबोधित करता है। यह श्लोक यजुर्वेद में भी आता है। गायत्री मंत्र के साथ, यह … Read more

Maruti Stotra- मारुती स्तोत्र

Maruti Strota

मारुति स्तोत्रम् समर्थ गुरु रामदास जी द्वारा रचित एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जो भगवान हनुमान जी की महिमा का गुणगान करता है। इसे नियमित रूप से पढ़ने से भक्तों को हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं, जिससे सभी प्रकार की समस्याएं और बाधाएं दूर हो जाती हैं। यहां पर पूरा मारुति … Read more

Ganapati Atharvashirsha

Ganapati Atharvashirsha

॥ श्री गणेशाय नम: ॥ ॐ भद्रं कर्णेभि शृणुयाम देवा: ।भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्रा: ॥स्थिरै रंगै स्तुष्टुवां सहस्तनुभि: ।व्यशेम देवहितं यदायु: ॥ १ ॥ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा: ।स्वस्ति न: पूषा विश्ववेदा: ।स्वस्ति न स्तार्क्ष्र्यो अरिष्ट नेमि: ॥स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥ २ ॥ ॐ शांति: ॥ शांति: ॥ शांति: ॥ ॐ नमस्ते गणपतये। त्वमेव प्रत्यक्षं तत्वमसित्वमेव केवलं … Read more

Bhaktamar Stotra

Bhaktamar Stotra

भक्तामरस्तोत्रम् संस्कृत कालजयी महाकाव्य श्रीमन्मानतुङ्गाचार्य-विरचितम् भक्तामर-प्रणत-मौलि-मणि-प्रभाणा-मुद्योतकं दलित-पाप-तमो-वितानम् ।सम्यक्-प्रणम्य जिन प-पाद-युगं युगादा-वालम्बनं भव-जले पततां जनानाम् ॥1॥ य: संस्तुत: सकल-वां मय-तत्त्व-बोधा-दुद्भूत-बुद्धि-पटुभि: सुर-लोक-नाथै: ।स्तोत्रैर्जगत्-त्रितय-चित्त-हरैरुदारै:,स्तोष्ये किलाहमपि तं प्रथमं जिनेन्द्रम् ॥2॥ बुद्ध्या विनापि विबुधार्चित-पाद-पीठ!स्तोतुं समुद्यत-मतिर्विगत-त्रपोऽहम् ।बालं विहाय जल-संस्थित-मिन्दु-बिम्ब-मन्य: क इच्छति जन: सहसा ग्रहीतुम् ॥3॥ वक्तुं गुणान्गुण-समुद्र ! शशांक-कान्तान्,कस्ते क्षम: सुर-गुरु-प्रतिमोऽपि बुद्ध्या ।कल्पान्त-काल-पवनोद्धत-नक्र-चक्रं ,को वा तरीतुमलमम्बुनिधिं भुजाभ्याम् ॥4॥ सोऽहं तथापि तव … Read more

अपराजिता स्तोत्र हिंदी में

Aparajita stotra in Hindi

अपराजिता देवी ध्यान:  ॐ निलोत्पलदलश्यामां भुजंगाभरणानिव्ताम।शुद्ध्स्फटीकंसकाशां चन्द्र्कोटिनिभाननां॥शड़्खचक्रधरां देवीं वैष्णवीं अपराजिताम।बालेंदुशेख्रां देवीं वर्दाभाय्दायिनीं।नमस्कृत्य पपाठैनां मार्कंडेय महातपा:॥ मार्कंडेय उवाच: शृणुष्वं मुनय: सर्वे सर्व्कामार्थ्सिद्धिदाम।असिद्धसाधनीं देवीं वैष्णवीं अपराजिताम्॥ विष्णोरियमानुपप्रोकता सर्वकामफलप्रदा।सर्वसौभाग्यजननी सर्वभितिविनाशनी।सवैश्र्च पठितां सिद्धैविष्णो: परम्वाल्लभा ॥ नानया सदृशं किन्चिदुष्टानां नाशनं परं ।विद्द्या रहस्या, कथिता वैष्ण्व्येशापराजिता ।पठनीया प्रशस्ता वा साक्शात्स्त्वगुणाश्रया ॥ ॐ शुक्लाम्बरधरं विष्णुं शशिवर्णं चतुर्भुजं।प्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्वविघ्नोपशान्तये ॥ अथात: संप्रवक्ष्यामी हृाभ्यामपराजितम् … Read more

Sri Suktam – श्री सूक्तम

श्री सूक्तम एक संस्कृत स्तोत्र है जो हिन्दू धर्म की देवी लक्ष्मी को समर्पित है। लक्ष्मी धन, समृद्धि, और उर्वरता की देवी मानी जाती हैं। यह ऋग्वेद का एक हिस्सा है, जो हिन्दू धर्म के सबसे पुराने शास्त्रों में से एक है, और आमतौर पर लक्ष्मी की कृपा आकर्षित करने के लिए पूजा रितुअल्स और … Read more

कर्पूर गौरम करुणावतारं

karpur gauram

हिंदू सनातन धर्म में मंत्रों का उच्चारण पूजा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। ये मंत्र विशेष रूप से उस देवता की शक्ति और उपस्थिति को आकर्षित करने के लिए जपे जाते हैं जिसकी पूजा की जा रही होती है। मंत्रों का उच्चारण करने से न केवल धार्मिक लाभ होता है बल्कि यह … Read more

Vasudhaiva Kutumbakam

Vasudhaiva Kutumbakam

“वसुधैव कुटुम्बकम” एक संस्कृत वाक्यांश है जिसका अर्थ है “संपूर्ण विश्व एक परिवार है।” यह विचारधारा उपनिषद से ली गई है और इसका उद्देश्य समग्र मानवता के बीच एकता और सद्भाव स्थापित करना है। वसुधैव कुटुम्बकम वसुधैव कुटुम्बकम वाक्यांश के पीछे की दर्शन यह है कि समस्त मानवता आपस में जुड़ी हुई है और प्रत्येक … Read more

Vyankatesh Stotra- व्यंकटेश स्तोत्र

श्री व्यंकटेश स्तोत्र एक धार्मिक हिन्दू ग्रंथ है, जो भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर स्वरूप की स्तुति में गाया जाता है। यह स्तोत्र विशेष रूप से भगवान वेंकटेश्वर की महिमा को गाने के लिए प्रसिद्ध है, जो तिरुपति, आंध्र प्रदेश में स्थित हैं। यह स्तोत्र उनकी भक्ति और आराधना के समय भक्तों द्वारा पाठ किया जाता … Read more

Lakshmi Mantra -लक्ष्मी मंत्र

Lakshmi Mantra

शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा करना हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि यह दिन धन और समृद्धि की देवी, मां लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन विशेष रूप से विधिवत पूजा करने से न केवल धन की कमी दूर होती है, बल्कि घर में सुख-शांति और समृद्धि का भी आगमन होता … Read more