Japji Sahib Pdf

japji sahib pdf

“जपुजी साहिब” एक सिख प्रार्थना है, जिसे सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी ने रचा था। यह गुरु ग्रंथ साहिब, सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ में पाई जाने वाली पहली रचना है। यह प्रार्थना एक भक्तिपूर्ण पाठ है, जिसमें सिख धर्म की मूल शिक्षाएं शामिल हैं। सिख इसे अपनी सुबह की प्रार्थनाओं के … Read more

Durga ji ki Aarti : दुर्गा जी की आरती

Durga ji ki Aarti

श्री दुर्गा जी की आरती की महिमा अत्यंत विशाल और गहन है। यह आरती न केवल माँ दुर्गा के दिव्य रूप और उनकी असीम शक्तियों की स्तुति करती है, बल्कि यह भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा और आंतरिक शांति प्रदान करती है। आरती का पाठ करने वाले भक्त माँ दुर्गा से आशीर्वाद और कृपा की कामना … Read more

Ram navami – राम नवमी

रथस्थं चक्रिनम् दृष्ट्वा पुनर्जन्म न विद्यते पदे पदे अष्वम्देस्य फलं आप्नोति मानव “जो कोई भी रथ पर स्थित चक्रधारी (भगवान विष्णु या उनके अवतार) को देखता है, उसे फिर से जन्म नहीं लेना पड़ता। हर कदम पर, वह मनुष्य उस फल को प्राप्त करता है जो अश्वमेध यज्ञ करने से मिलता है।” इस श्लोक में … Read more

Pitra Dosh – पितृ दोष

Pitra dosh

पितृ दोष हिन्दू ज्योतिष में एक ऐसा दोष माना जाता है जो व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं और बाधाओं का कारण बनता है। इसे वंश के पूर्वजों की आत्माओं द्वारा असंतुष्टि के कारण उत्पन्न माना जाता है। जब पूर्वजों की आत्माएं किसी कारण से असंतुष्ट रहती हैं, तो उनका असंतोष उनके वंशजों … Read more

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

Shri shivay namastubhyam

“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में शिव भगवान के प्रति समर्पण और आदर की भावना को व्यक्त करता है। यह एक संस्कृत मंत्र है जिसका अर्थ है “हे भगवान शिव, आपको मेरा नमस्कार है।” भगवान शिव को हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण देवता माना जाता है, और वे सृष्टि, संहार और सम्हार … Read more

पंचामृत

पंचामृत एक पारंपरिक हिंदू रिचुअल में प्रयोग किया जाने वाला एक पवित्र मिश्रण है। इसका अर्थ होता है ‘पांच अमृत (नेक्टार)’, जो कि इसके पांच मुख्य घटकों से बना होता है: दूध, दही, घी, शहद, और शर्करा (या मिश्री)। पंचामृत का उपयोग हिन्दू धर्म में पूजा और अनुष्ठानों के दौरान पवित्र अर्पण के रूप में … Read more

Ashta Siddhi – अष्ट सिद्धि

Ashta Siddhi

अष्ट सिद्धि (Ashta Siddhi), या आठ आध्यात्मिक शक्तियाँ, वास्तव में भगवान हनुमान के साथ गहरी जुड़ाव रखती हैं और हिन्दू दर्शन और योग दर्शन के अंतर्गत गहरे आध्यात्मिक उपलब्धियों को प्रतिनिधित करती हैं। ये सिद्धियाँ अनुशासित आध्यात्मिक प्रयास और तपस्या के माध्यम से प्राप्त की जा सकती हैं। इन्हें पतंजलि के योग सूत्र में भी … Read more

संपूर्ण पुष्पांजलि मंत्र

Pushpanjali Mantra

संपूर्ण पुष्पांजलि मंत्र हिन्दू धर्म में एक विशेष स्थान रखता है। यह न केवल ईश्वर के प्रति आदर और सम्मान की भावना का प्रतीक है, बल्कि एक अनुरोध भी है कि ईश्वर हमारी पूजा, अनुष्ठान, या शुभ कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करें। फूलों की टोकरी (पुष्पांजलि) अर्पित करना एक पवित्र क्रिया है, जिसमें भक्त अपनी … Read more

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali – अम्बे तू है जगदम्बे काली

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali

अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। तेरे भक्त जनो पर माता भीड़ पड़ी है भारी।दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी॥तेरे भक्त जनो … Read more

Aarti Kunj Bihari ki – आरती कुंज बिहारी की

Aarti Kunj Bihari ki

“आरती कुंज बिहारी की” एक भक्तिपूर्ण स्तुति (आरती) है जो भगवान कृष्ण की प्रशंसा में गाई जाती है, जिन्हें प्यार से कुंज बिहारी कहा जाता है। “कुंज” का अर्थ है वृंदावन के हरे-भरे वन जहां कृष्ण ने अपनी युवावस्था खेलते हुए और कई लीलाएँ करते हुए बिताई माना जाता है, और “बिहारी” का मतलब होता … Read more