Saraswati Aarti
विद्वानों के अनुसार ‘सरस्वती’ शब्द की व्युत्पत्ति ‘सृ’ धातु और ‘असुन्’ प्रत्यय से मिलकर ‘सरस्’ शब्द बनता है। ‘सरस्’ का अर्थ है ‘गति’ या ‘प्रसारण’, और जो इस गति की अधिष्ठान देवी हैं, वही सरस्वती हैं। ‘सृ’ धातु का अर्थ गति है और गद्य-पद्य आदि के रूप में जिसका संसार में प्रसारण होता है, वह … Read more