Ramayan Ji Ki Aarti – रामायण जी की आरती
आरती श्री रामायण जी की ।कीरति कलित ललित सिय पी की ॥ गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥॥ आरती श्री रामायण जी की..॥ गावत बेद पुरान अष्टदस ।छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ॥मुनि जन धन संतान को सरबस ।सार अंश सम्मत सब ही … Read more