Brahmacharya- ब्रह्मचर्य: प्राचीन हिंदू संस्कृति में
ब्रह्मचर्य प्राचीन हिंदू धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसमें ‘ब्रह्म’ का अर्थ ‘ब्रह्मा’ या ‘ईश्वर’ और ‘चर्य’ का अर्थ ‘आचरण’ या ‘आजीवन पालन’ है। इस प्रकार, ब्रह्मचर्य का सीधा अर्थ है ‘ईश्वर के आचरण का पालन करना’। भारतीय धर्मग्रंथों और साहित्य में ब्रह्मचर्य को … Read more