पर्यावरण संरक्षण:  पीपल, बरगद और नीम के महत्व

Peeple, Bragad aur neem

पर्यावरण संरक्षण और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए पेड़-पौधों की भूमिका असाधारण होती है। हमारे पुरातन शास्त्रों और परंपराओं में वृक्षों का महत्व सदियों से माना गया है। खासकर पीपल, बरगद और नीम जैसे वृक्षों को उनकी अनूठी विशेषताओं और पर्यावरणीय लाभों के कारण आदर दिया गया है। परंतु, पिछले 68 सालों में इन … Read more

Sawan 2024: Sawan kab se shuru hai

Sawan 2024

भगवान शिव के भक्तों को सावन का बेसब्री से इंतजार रहता है। यह महीना विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना और भक्ति के लिए समर्पित होता है। सावन में हर सोमवार भगवान शिव की पूजा की जाती है, जबकि हर मंगलवार को माता पार्वती को समर्पित किया जाता है और इस दिन मंगला गौरी … Read more

Ghar me Mandir ki disha

Ghar me Mandir ki disha

घर में मंदिर की दिशा वास्तु शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। सही दिशा और स्थान का चयन न केवल ऊर्जा के सही प्रवाह को सुनिश्चित करता है, बल्कि यह घर के निवासियों की मानसिक और आध्यात्मिक शांति को भी प्रभावित करता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि घर में मंदिर … Read more

किसी ने कुछ किया है कैसे पता करें- काला जादू

Kala Jaadu

काला जादू एक प्राचीन तांत्रिक कला है, जिसका उपयोग व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है। यह एक गुप्त कला है, जिसे कुछ विशेष तांत्रिक और तांत्रिक विधियों के माध्यम से किया जाता है। भारत सहित दुनिया भर में कई तांत्रिक हैं जो इस विद्या का उपयोग … Read more

Guru Brahma Guru Vishnu :गुरु की महिमा

गुरु शब्द संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ है “ज्ञान का प्रकाश” या “अंधकार को दूर करने वाला”। हिंदू धर्म में, गुरु को भगवान से भी ऊँचा स्थान दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि गुरु ही वह व्यक्ति है जो हमें आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करता है और हमें मोक्ष के मार्ग पर ले … Read more

Lalitha Sahasranamam

Lalitha Sahasranamam

ललिता सहस्रनाम ललिता सहस्रनाम हिंदू धर्म में एक पूजनीय और पवित्र ग्रंथ है, विशेष रूप से शक्ति संप्रदाय में, जो देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की पूजा करता है। इसमें देवी के 1000 नाम शामिल हैं, जो उनके विभिन्न गुणों, विशेषताओं और पहलुओं का वर्णन करते हैं। यह पाठ ब्रह्माण्ड पुराण का हिस्सा है और इसे … Read more

Brahmacharya- ब्रह्मचर्य: प्राचीन हिंदू संस्कृति में

Sunderkand

ब्रह्मचर्य प्राचीन हिंदू धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसमें ‘ब्रह्म’ का अर्थ ‘ब्रह्मा’ या ‘ईश्वर’ और ‘चर्य’ का अर्थ ‘आचरण’ या ‘आजीवन पालन’ है। इस प्रकार, ब्रह्मचर्य का सीधा अर्थ है ‘ईश्वर के आचरण का पालन करना’। भारतीय धर्मग्रंथों और साहित्य में ब्रह्मचर्य को … Read more

Kirtan ki hai raat lyrics- कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है

Kirtan ki hai raat lyrics

कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है (सहगान) कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है,थारे कोल निभानु हे। (अंतरा 1) दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को,सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिगे, हुकम बस आप को,सेवा में थारी म्हणे आज बिछ जणू हे, थारे कोल निभानु हे,कीर्तन की है रात … Read more

Shani Chalisa- शनि चालीसा और आरती

Shani Chalisa

शनिवार का दिन न्याय के देवता और कर्मफल के प्रदाता शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विशिष्ट पूजा-अर्चना की जाती है। साधक विशेष कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए शनि देव के निमित्त व्रत-उपवास रखते हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि अच्छे कर्म करने वाले को शनि देव शुभ … Read more

Tarak mantra

Tarak mantra

संत श्री स्वामी समर्थ एक महान भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे। उनका जन्म, जीवन और कार्य विशेष रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में प्रसिद्ध हैं। उन्हें “अक्कलकोट के स्वामी” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन का प्रमुख हिस्सा अक्कलकोट, महाराष्ट्र में बिताया। स्वामी समर्थ के बारे में कई कथाएँ … Read more